ब्यूरो रिपोर्ट न्यूज़ अड्डा, २ नवंबर : गाजा ,हेरोइन, ब्राउन शुगर , नशीला इंजेक्शन, कफ सिरप से सिलीगुड़ी शहर भरा हुआ है। सिलीगुड़ी पिछले पांच-छह वर्षों में नशीली दवाओं के कारोबार में नंबर एक शहर बन चुका है.
दूसरे राज्यों से सिलीगुड़ी शहर में ड्रग्स पहुंचता है। सिलीगुड़ी शहर और उत्तर बंगाल ही नहीं बल्कि सिक्किम तक ड्रग्स पहुंचता है. युवा महिलाएं अब ड्रग गिरोह में शामिल हैं।
स्कूल और कॉलेज के छात्रों से लेकर युवा लोग तक अब नशीली दवाओं के कारोबार के साथ-साथ नशीली दवाओं के सेवन कर रहे हैं।
सिलीगुड़ी नशीली दवाओं के तस्करों के लिए सबसे बड़ा सुरक्षित गलियारा है। चाहे गांजा हो या हेरोइन, नशीले इंजेक्शन हों या कफ सिरप, यह सिलीगुड़ी शहर से अलग-अलग हिस्सों में आसानी से पहुंच जाता है. सिलीगुड़ी मेट्रोपॉलिटन पुलिस ने नशे के इस बड़े पैमाने पर कारोबार को रोकने के लिए कई कदम उठाए हैं. वह विभिन्न अभियानों के जरिए बहुत सारे ड्रग डीलरों को गिरफ्तार किया गया है और साथ ही बहुत सारी दवाएं भी बरामद की है। लेकिन सिलीगुड़ी शहर अभी भी नशे के सौदागरों के कब्जे से पूरी तरह मुक्त नहीं हो सका है.
एक बार फिर स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप और प्रधाननगर थाने की पुलिस ने उन नशे के सौदागरों के यहां छापेमारी कर बड़ी सफलता हासिल की है.
गुप्त सूत्रों से मिली सूचना के आधार पर प्रधाननगर थाने की स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप और सादे लिबास पार्टी ने बुधवार की रात छापेमारी की. पुलिस ने राज्य अतिथि गृह के पीछे से दो युवकों को गिरफ्तार कर लिया. उनके पास से 700 बोतल प्रतिबंधित कप सिरप बरामद किया गया. प्रधान नगर थाने के पुलिस सूत्रों के मुताबिक, आरोपियों के नाम दुलाल चौधरी और दिलीप दास हैं, जो इस्लामपुर के रहने वाले हैं. पुलिस ने कहा कि दोनों आरोपी एक चार पहिया वाहन पर पश्चिम बंगाल सरकार ऑन ड्यूटी लिखा पोस्टर चिपकाकर मादक पदार्थ की तस्करी कर रहे थे। प्रधान नगर थाना पुलिस ने गिरफ्तार दोनों लोगों के खिलाफ एनडीपीएस के तहत मामला दर्ज किया है. प्रधान नगर थाने की पुलिस गुरुवार को आरोपियों को सिलीगुड़ी कोर्ट में पेश की। इस गिरोह में और कौन-कौन शामिल है, इसका पता लगाने और उन तक पहुंचने के लिए प्रधान नगर थाने की सादे लिबास पार्टी पुलिस ने जांच शुरू कर दी है.