ब्यूरो रिपोर्ट न्यूज़ अड्डा , १४ अगस्त : भारतीय पावर लिफ्टर्स के लिए सिलीगुड़ी एक सुनहरा अवसर लेकर आया। नेशनल पावरलिफ्टिंग चैंपियन शिप-2023 का आयोजन सिलीगुड़ी में सफलता पूर्वक किया गया. जीतने वाले प्रतियोगियों को विश्व चैंपियनशिप में जाने का मौका मिला है।
राष्ट्रीय पावरलिफ्टिंग चैंपियन शिप-2023 फेडरेशन कप और बॉडीबिल्डिंग प्रतियोगिता पहली बार सिलीगुड़ी में शुरू हुई । आयोजन 8 अगस्त से 13 अगस्त तक चला. इस प्रतियोगिता में लगभग साढ़े तीन सौ प्रतियोगियों ने भाग लिया। बंगाल से सौ से अधिक प्रतिभिगियो ने प्रतिनिधित्व किया।
वैसे तो यह प्रतियोगिता देश के विभिन्न हिस्सों में आयोजित की जाती रही है, लेकिन सिलीगुड़ी और पूरे उत्तर बंगाल में यह पहली बार आयोजन है. इस पावरलिफ्टिंग चैंपियनशिप में गुजरात, राजस्थान, जम्मू-कश्मीर, असम, त्रिपुरा, ओडिशा, मध्य प्रदेश सहित भारत के कुल 13 राज्यों के प्रतियोगियों ने भाग लिया।
नेशनल पावरलिफ्टिंग चैंपियन शिप-2023 की संगठन समिति के अध्यक्ष बाबुन बनर्जी की पहल पर सिलीगुड़ी के नॉर्थ बंगाल मारवाड़ी पैलेस में पिछले मंगलवार से प्रतियोगिता शुरू हुई थी। उद्घाटन समारोह पिछले सोमवार को आयोजित किया गया था.
राष्ट्रीय पावरलिफ्टिंग संगठन समिति के अध्यक्ष बाबून बनर्जी ने उद्घाटन किया। इस अवसर पर तृणमूल दार्जिलिंग जिला समिति के अध्यक्ष और पावर लिफ्टिंग संगठन समिति के उपाध्यक्ष आलोक चक्रवर्ती, अखिल भारतीय पावरलिफ्टिंग प्रतियोगिता के आयोजक जीतेंद्र सरीन, अखिल भारतीय पावरलिफ्टर स्वर्ण पदक विजेता अशोक चक्रवर्ती, सिलीगुड़ी नगर निगम के मेयर परिषद मुन्ना प्रसाद और कई अन्य लोग उपस्थित थे।
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प्रतियोगिता देखने के लिए उत्तर बंगाल मारवाड़ी पैलेस में भारी भीड़ उमड़ी। बताया जा रहा है कि 6 दिनों तक चली इस प्रतियोगिता में जीतने वाले खिलाड़ियों को रविवार को एक समारोह में ट्रॉफी से सम्मानित किया गया. इसके अलावा, जो प्रतियोगिता में शीर्ष खिलाड़ी को विश्व चैम्पियनशिप में जगह मिलेगी। वर्ल्ड चैंपियनशिप शिप-2023 अगले अक्टूबर में इटली के रोम में आयोजित होने जा रही है। जीतने वाले प्रतिभागियों को वहां खेलने का मौका मिलने वाला है. इस अवसर पर सिलीगुड़ी के विभिन्न मीडिया के प्रतिनिधियों को सम्मानित किया गया. नेशनल पावरलिफ्टिंग चैंपियनशिप 2023 के फेडरेशन कप के पुरस्कार वितरण समारोह में हमें यानी न्यूज अड्डा को सम्मानित किया गया। हमारे मीडिया प्रतिनिधियों को भी स्मृति चिन्ह एवं सम्मान दिये गये।