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पकौड़ा व सिंगारा से भी हानिकारक है मोमो

ब्यूरो रिपोर्ट न्यूज़ अड्डा, २६ अगस्त : पकौड़ा व  सिंगारा से भी ज़्यादा हानिकारक है मोमो!

क्या आपको यह सुनकर आश्चर्य हुआ?

विशेषज्ञ बिल्कुल यही कहते हैं!

मोमोज तला हुआ नहीं है इसलिए हम सोचते है की यह एक हैल्थी खाना है. मोमो स्ट्रीट फूड के रूप में सबसे सस्ता और अच्छा माना जाता है ,लेकिन ऐसा बिलकुल भी नहीं है

 

जब आप सर्दियों में स्ट्रीट फूड के बारे में सोचते हैं तो सबसे पहली चीज जो दिमाग में आती है वह है मोमोज। गर्म गर्म सूप के साथ नरम फूले हुए मोमोज, ताजी पत्तागोभी या चिकन से भरे हुए, ऊपर से तीखी चटनी के साथ। मोमो सिर्फ सर्दियों में ही नहीं बल्कि अब बारहों महीने मिलता है। किसी भी होटल रेस्तरां में जाने पर यह आपकी जीभ में पानी ला देता है। मोमोज आपकी सेहत के लिए बिल्कुल भी अच्छे नहीं हैं ऐसा डॉक्टर और विशेषज्ञ कहते हैं.

चाहे आप चॉप खाएं या सिंगारा, पाओवाजी, कचौरी या मोमो सबका अपना एक नुकसान है।

चॉप खायें या सिंगारा, पाओवाजी, कचौरी, उसमें तेल तो होगा ही तो हमें लगता है कि मोमोज सिर्फ उबाले हुए होते हैं इसलिए मोमोज चाहे स्ट्रीट फूड ही क्यों न हो, उसमें कोई बुराई नहीं है लेकिन ऐसा बिलकुल भी नहीं है बल्कि मोमोज़ तो इनसे भी ख़राब हैं

मोमो आटे या मैदा से बनता है । इसे ब्लीच करने के लिए बेंजाइल पेरोक्साइड जैसे जहरीले रसायन का उपयोग होता है। इसके अलावा मोमो की दुकानों में आटे को नरम और चिकना बनाने के लिए एलोक्सन जैसे रसायनों का उपयोग किया जाता है जो सेहत के लिए बेहद हानिकारक है

ज्यादातर मामलों में बासी या खराब गुणवत्ता वाली सब्जियों और मांस का उपयोग किया जाता है अध्ययन में अधिकांश चिकन मोमो में ई कोलाई बैक्टीरिया पाया गया

झाल झाल मोमो चटनी सुनने में जितनी स्वादिष्ट लगती है, उतना सेहत के लिए बुरा है। इसमें मिर्च पाउडर होता है। ज्यादातर मामलों में घटिया क्वालिटी का मिर्च पाउडर इस्तेमाल किया जाता है सस्ते सॉस भी परोसे जाते हैं। जो सड़े हुए मीठे कद्दू से बनाया जाता है. और कहा जाता है कि ये टमाटर की चटनी है. इसलिए इस मसालेदार चटनी को अधिक खाने से बवासीर की संभावना बढ़ जाती है

झल-झल मोमो की चटनी चाहे कितनी भी स्वादिष्ट क्यों न हो, आखिरकार आपके शरीर के लिए जहर ही है।

पुसार इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट, कैटरिंग एंड न्यूट्रिशन के एक अध्ययन से पता चला है कि मोमो में साल्मोनेला सहित कुछ बैक्टीरिया होते हैं जो डायरिया और टाइफाइड जैसी बीमारियों को आसानी से फैला सकते हैं।

खासकर सड़क किनारे गंदे ठेलों पर मिलने वाले सस्ते मोमोज से सावधान रहें। थाली से लेकर चम्मच तक की ठीक से धुलाई नहीं होती. सस्ते तेल से बने मोमोज, सस्ते सोया सॉस, सस्ते टमाटर सॉस, अंत में कद्दू, सस्ती सब्जियां, सस्ता मांस, सब कुछ आपके सामने है। खाने के दौरान भले ही यह मजेदार हो, लेकिन बाद में यह आपको नुकसान पहुंचाता है।

इसलिए हमेशा स्वस्थ भोजन ही खाएं। साफ-सुथरी दुकानों से खाना खाएं और गुणवत्तापूर्ण खाना खाएं।

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