ब्यूरो रिपोर्ट न्यूज़ अड्डा, २४ अगस्त : भारत ने अंतरिक्ष में इतिहास रच दिया है। चंद्रयान बुधवार को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरा। लैंडिंग के आखिरी 20 मिनट इसरो के लिए बेहद कठिन था. लेकिन सब कुछ योजना के मुताबिक हुआ, लैंडर विक्रम चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग कर गया। रोवर प्रज्ञान अज्ञात देश की खबरें इकट्ठा करने के लिए लैंडर से बाहर आ चुका है।
14 जुलाई को श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से तीसरे चंद्रयान ने उड़ान भरी थी. इसरो के महाबली मार्क-3 रॉकेट ने अंतरिक्ष यान को कक्षा में प्रक्षेपित किया। उन्होंने 3 लाख 84 हजार किलोमीटर के सफर में हर कदम सफलतापूर्वक पूरा किया है. चंद्रयान 5 अगस्त को चंद्रमा की कक्षा में पहुंचा। 19 अगस्त को विक्रम लैंडर मुख्य यान से अलग हो गया और चंद्रमा की सतह की ओर चला गया।
कई वैज्ञानिक इस बात पर मुहर लगा चुके हैं कि इसरो वैज्ञानिकों ने चार साल पहले की असफलता से सीख लेते हुए इस साल की चंद्र अभियान को सार्थक बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है. लेकिन चंद्रयान टू चंद्रमा की खुरदरी सतह से टकराने के बाद ध्वस्त हो गया था। तब इसरो के पूर्व प्रमुख के के सिवन रो पड़े थे।
सिवन इस बार भी असाधारण रूप से आश्वस्त थे कि दूसरे चंद्रयान द्वारा की गई ‘गलतियाँ’ तीसरे द्वारा नहीं की जाएंगी। उनकी भविष्यवाणी सच निकली.
चद्रयान की ये सफलता सिर्फ भारत के लिए नहीं है. ये सफलता पूरी दुनिया के सभी लोगों की है. चंद्रयान की सफलता पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि लैंडर विक्रम ने अंतरिक्ष में नये भारत का निर्माण किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दक्षिण अफ्रीका से लैंडर विक्रम की लैंडिंग पर नजर बनाए रहे. विक्रम के चंद्रमा पर सफलतापूर्वक उतरने के बाद भी उन्होंने तिरंगा फहराना जारी रखा।
भारत का लैंडर विक्रम बुधवार को भारतीय समयानुसार शाम 6:40 बजे चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरा। प्रधानमंत्री उत्साहित हो गये.
प्रधानमंत्री ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए दक्षिण अफ्रीका गए हैं. वहां से उन्होंने कहा, ”चंद्रयान की ये सफलता सिर्फ भारत के लिए नहीं है. दुनिया भर के लोग इस सफलता को साझा करते हैं। भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला दुनिया का पहला देश बन गया।”
विक्रम की लैंडिंग के बाद प्रधानमंत्री ने इसरो चेयरमैन एस सोमनाथ को फोन कर बधाई दी. इसरो चेयरमैन ने चंद्रयान की सफलता के लिए पूरी टीम को बधाई दी. चंद्रयान की सफलता पर प्रधानमंत्री ही नहीं गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी के अखिल भारतीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी बधाई दी. चंद्रयान की सफलता से राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी खुश हैं.