सिलीगुड़ी,20 मई (नि.सं.)।आम लोग अक्सर सरकारी अस्पतालों के बारे में तरह-तरह की शिकायतें करते रहते हैं। सरकारी स्वास्थ्य सेवा के बारे में अक्सर पूछे जाते हैं। अब तृणमूल विधायक मदन मित्रा ने खुद राज्य के सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल एसएसकेएम की सेवाओं पर सवाल उठाए हैं. कमरहटी के विधायक ने इस बात पर रोष व्यक्त किया कि हादसे के शिकार व्यक्ति को भी लंबे समय तक अस्पताल में भर्ती के लिए इंतजार करना होता है.
इनका कहना है इस बारे में स्वास्थ्य सचिव और संबंधित मंत्री को भी बताने पर कुछ फायदा नहीं हुआ है।
इतना ही नहीं उन्होंने एसएसकेएम अस्पताल के बहिष्कार की भी मांग की है।
शुक्रवार की रात बाइक की चपेट में आने से सुभदीप पाल नाम का युवक घायल हो गया। वह एसएसकेएम अस्पताल में लैब टेक्निशियन हैं। मदन मित्रा खुद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराने गए थे। कमरहटी के विधायक ने दावा किया कि सुभोदीप को करीब छह घंटे तक एंबुलेंस में रखना पड़ा. अस्पताल में प्रवेश करते ही उनकी पुलिस और स्टाफ से बहस हो गई। उन्होंने कहा कि चिकित्सा अधिकारी को बुलाओ।
मदन का सवाल है कि, “अगर लैब टेक्नीशियन का यही हाल है तो आम आदमी का क्या होगा?” मदन मित्रा ने एसएसकेएम में दलालराज के आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा, ‘पैसों का खेल चल रहा है। पैसा देने पर ही स्वास्थ्य सेवाएं मिलती हैं।” उन्होंने आगे कहा, “ट्रॉमा केयर लोगों के लिए बनाया जाता है। उन्होंने कहा कि एक स्वास्थ्य मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य कहती हैं कि अधिक रात हो गई है वह इस बारे में किसको बोले। श्री मित्र ने कहा कि 24 घंटे सेवा देने की बात है। डायरेक्टर और सीएमओ न किसी ने फोन नहीं उठाया।
मदन मित्रा छाती ठोकते हुए कहते हैं कि मैं मदन मित्रा हूं। अगर सीपीएम का शासन होता तो मरीज को भर्ती करने में एक मिनट लगता।”
मदन मित्रा ने पूरे घटनाक्रम में मुख्यमंत्री से हस्तक्षेप की भी मांग की। उन्होंने एसएसकेएम के बहिष्कार की भी मांग की। उन्होंने कहा, “अस्पताल ना न करे। आपको जितने पैसे की जरूरत होगी, मैं घड़ी की अंगूठी बेचकर मरीज का इलाज करूंगा। अगर रास्ते में मरीज की मौत हो जाती है तो सीएमओ के नाम से मुकदमा दर्ज कराएं। मैं केस लड़ूंगा। मदन मित्रा ने 10 करोड़ का मुआवजा मांगने की धमकी भी दी। ट्रॉमा को एडमिट करने में 10, 20, 50 हजार लगते हैं। उसके बाद मदन मित्रा ने कहा, ”विधानसभा सदस्य होने के नाते मैं अधीक्षक और निदेशक के इस्तीफे की मांग कर रहा हूं.