ब्यूरो रिपोर्ट न्यूज़ अड्डा , १४ अगस्त : क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लाल किले में स्वतंत्रता दिवस के मंच से 2024 के लोकसभा चुनाव का शंखनाद करेंगे?
अटकलें कुछ वैसी ही लग रही है.
सुनने में आया है कि प्रधानमंत्री का स्वतंत्रता दिवस का भाषण मुख्यतः त्रिमुखी होगा.
प्रधानमंत्री के भाषण में सबसे पहले अतीत और भ्रष्टाचार को लेकर कांग्रेस और गांधी परिवार पर हमला बोला जाएगा.
उनकी सरकार की 9 साल की सफलता पर प्रकाश डाला जायेगा. भाषण का तीसरा भाग भविष्य में एक बेहतर भारत का सपना देखने के बारे में होगा।
सूत्रों के मुताबिक, प्रधानमंत्री अपने भाषण में एक तरफ कांग्रेस के इतिहास और पिछली सरकार पर हमला बोलेंगे. लेकिन भाषण किसी भी तरह से राजनीतिक नहीं होगी. वहीं, उज्जला योजना से लेकर आयुष्मान भारत तक, मोदी सरकार की पिछले 9 वर्षों की सार्वजनिक परियोजनाओं की सफलता पर प्रकाश डाला जाएगा। मोदी चरण दर चरण इस परियोजना का वर्णन करेंगे।
इसके अलावा प्रधानमंत्री के भाषण में सबसे अहम बात भविष्य में बेहतर भारत के निर्माण का सपना होगा. लाल किले से मोदी 2029 तक भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने का वादा करेंगे और 2047 तक भारत को एक विकसित देश बनाने का सपना भी दिखाएंगे. 15 अगस्त को मोदी ‘मेक इन इंडिया’ पर जोर देते नजर आएंगे. खासतौर पर रक्षा क्षेत्र में भारत कितना आत्मनिर्भर हो गया है, इसका विवरण होगा।
अगर सब कुछ ठीक रहा तो दूसरी बार सत्ता में आने के बाद प्रधानमंत्री का लाल किले पर यह आखिरी भाषण होगा। ऐसे में प्रधानमंत्री 2024 के लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए कोई नया नारा भी उछाल सकते हैं. राजनीतिक हलकों का मानना है कि आने वाले दिनों में यह बीजेपी कार्यकर्ताओं के प्रचार का जरिया बन सकता है.