ब्यूरो रिपोर्ट न्यूज़ अड्डा, २३ सितम्बर : लाख निगरानी के बाद भी लकड़ी तस्करी का धंधा बंद नहीं हो रहा है। अभी भी उत्तर बंगाल में बड़े पैमाने पर लकड़ी तस्करों द्वारा पेड़ काटने की प्रवृत्ति बनी हुई है. गुप्त सूत्रों से मिली जानकारी के आधार पर सिलीगुड़ी के बागडोगरा वन विभाग के कर्मचारियों ने बालासन नदी से करीब दो लाख रुपये की शाल की लकड़ी बरामद की. बागडोगरा वन विभाग का यह ऑपरेशन सिलीगुड़ी महकमा परिषद के तहत तारबंदा इलाके में चलाया गया. वन विभाग को सूचना मिली कि नदी में शाल की लकड़ी के चार बड़े लट्ठे काटकर तस्करी की जा रही है. इसके बाद वन कर्मियों ने तुरंत ऑपरेशन के लिए एक टीम गठित की। बालासन नदी पर जब तस्करों ने धावा बोला तो वन कर्मियों की नजर उन पर पड़ी तो वे मौके से भागने में सफल रहे. हालाँकि, बागडोगरा वन विभाग वहाँ से साल की लकड़ी के लट्ठे बरामद करने में सफल रहा। इसके बाद वन कर्मचारी बरामद लकड़ी को बागडोगरा वन विभाग कार्यालय ले आए। इस संबंध में बागडोगरा वन प्रभाग के रेंजर सोनम भूटिया ने बताया कि बरामद साल की लकड़ी का अनुमानित बाजार मूल्य करीब दो लाख रुपये है. बहरहाल, सरकारी पेड़ों की तस्करी कौन कर रहा है या कौन करा रहा है, इस पूरे मामले की जांच शुरू हो गयी है. तस्करी के पीछे कौन है यह तो जांच के बाद ही समझ में आएगा।