सिलीगुड़ी,15 जून (नि.सं.)।हाय रे समाज।किसने कहा है कि लड़कियां मां की तरह होती हैं?
अगर सच में ऐसा है तो आज समाज को क्या हो गया है?
शायद समाज बदलने को तैयार नहीं है। मानसिकता बिल्कुल नहीं बदली है। आज भी जब घर में लड़की का जन्म होता है तो मायूसी होती है। कई बार उसे कूड़े की ढेर में डाल दिया जाता है।
आज भी लड़की पैदा होना पाप है।
यह दुनिया वाकई कमाल की है।
कब बदलेगा ये समाज? कब घर में लक्ष्मी के आने पर शंख बजाया जाएगा।
बंगाल में गुरुवार सुबह फिर शर्मनाक घटना हुई।
मालदा के इंग्लिश बाजार थाने की पुलिस ने एक नवजात बच्ची का शव बरामद किया है. गुरुवार की सुबह इंग्लिशबाजार शहर के नजरूल सारणी इलाके में इस बच्ची का शव सड़क किनारे पड़े कचरे में मिला. घटना से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई। इलाके के कुछ लोगों ने सबसे पहले नवजात का शव उस इलाके के कूड़ेदान में पड़ा देखा। नवजात शिशुओं को शहर के कूड़ेदान में फेंके जाने को लेकर क्षेत्र के निवासी रोष व्यक्त कर रहे हैं। खबर मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। इस नवजात बच्चे का शव गुरुवार सुबह थाने से कुछ ही दूरी पर कूड़ेदान में मिला। पुलिस ने शव को बरामद कर घटना की जांच शुरू कर दी है। हर कोई सोच रहा है कि बच्ची होने के कारण ही उसे कचरे के ढेर में डाल दिया है।