ब्यूरो रिपोर्ट न्यूज़ अड्डा, ४ सितम्बर : वह अपने पति को स्वस्थ करना चाहती है और इसी वजह से एक बेबस पत्नी आंखों में आंसू लेकर अपने पति के इलाज के लिए पैसे इकट्ठा करने के लिए दर-दर भटक रही है.
सिलीगुड़ी शहर के पास फुलबारी के पुटीमारी इलाके में एक मस्जिद के इमाम रेजामुल हक गुर्दे की बीमारी की जटिलताओं के कारण पिछले दो वर्षों से बिस्तर पर हैं।
इमाम रेजामुल हक पत्नी, विवाह योग्य बेटी और एक बेटे के साथ परिवार में एकमात्र कमाने वाले हैं।
काफी दिनों तक बीमार रहने के बाद उन्हें डॉक्टर को दिखाया गया, उस वक्त डॉक्टर ने कहा कि एक किडनी ख़राब हो गयी है!
फूलबाड़ी नंबर 2 इलाके के पुटीमारी गांव के रहने वाले रेजामुल हक गांव के ही एक मस्जिद का नेतृत्व कर परिवार का भरण-पोषण करते थे.
कुछ माह पहले यह गरीब परिवार अचानक अंधेरे में डूब गया। पेट में हल्का दर्द होने पर अस्पताल गए, लेकिन डॉक्टर की बातें सुनकर उनके सिर पर आसमान टूट पड़ा।
सभी की सलाह के बाद आख़िरकार उन्होंने इलाज के लिए अपनी मोटरसाइकिल और कई घरेलू सामान बेच दिए, बेंगलुरु चले गए और इलाज के लिए लगभग तीन लाख रुपये खर्च किए! लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ.डॉक्टर ने कहा कि किडनी बदल देनी चाहिए.
और इसकी कीमत लगभग 10 से 12 लाख होगी. जो परिवार अभी खाना नहीं जुटा पा रहा है, उसके पास ये पैसे कहां से आएंगे? वर्तमान में, उनकी पत्नी कुछ मदद के लिए घर-घर जाने को मजबूर हैं, उन पैसों से वह सिलीगुड़ी के एक निजी अस्पताल में अपने पति के इलाज का खर्च उठाती हैं ।
बेबस इमाम साहब और उनकी पत्नी ने नम्रतापूर्वक इलाके के दयालु लोगों से मदद की अपील की. अगर आपमें से कुछ लोग मदद के लिए थोड़ा सा हाथ बढ़ाएं तो शायद इमाम साहब दोबारा बेंगलुरु जाकर अपनी किडनी बदलवा लें और फिर से ठीक हो जाएं।
आइए थोड़ा-थोड़ा करके सहयोग करके उन्हे ठीक होने में मदद करें।
आपकी मदद से वह स्वस्थ और सामान्य हो सकते हैं। इस न्यूज वीडियो के कैप्शन में इमाम साहब का फोन नंबर और बैंक अकाउंट नंबर दिया गया है.
यदि कोई मदद करना चाहता है तो आप उसके ही फोन नंबर पर संपर्क कर मदद भेज सकते हैं।